बिना बिका या बिकने योग्य सामान की वापसी वापस भेजना वापसी लौटना रिटर्न टीकिट प्रत्यपर्ण वापिस करना / लौटाना वापस रखना लाभ{पूँजी या लागत पर} लाभ प्रदान करना लौटती डाक से पुरानी स्थिति में लौट जाना वापिस देना लौट आना वापस् वापस करना आना-जाना
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लौटती डाक से पुरानी स्थिति में लौट जाना वापिस देना लौट आना वापस् वापस करना लौटा लाना आना-जाना फिर चालू करना बात बदल बिना बिका या बिकने योग्य सामान की वापसी पी जाना वापस भेजना लौटा लेना वापसी समालेना स्मरण दिलाना लौटना हड्ॅअप लेना रिटर्न टीकिट प्रत्यपर्ण घबराना वापिस करना / लौटाना वापस रखना लाभ{पूँजी या लागत पर} लौटाना
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वापस् वापस करना आना-जाना उपज स्वीआर करना उठा लेना खा लेना बिना बिका या बिकने योग्य सामान की वापसी वापस भेजना वापसी अधीन होना लौटना रिटर्न टीकिट प्रत्यपर्ण धरण करना विवादास्पद विषय बरतना हार मानना प्रकाशित वस्तु वापिस करना / लौटाना वापस रखना लाभ{पूँजी या लागत पर} लाभ प्रदान करना खा लेना आमदनी प्रकाशन लाभ लगना पैदावार लौटती डाक से फ़ायदा पुरानी स्थिति में लौट जाना वापिस देना लौट आना
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आज तक इस देश को जितना नोचने खसोटने का कामे इन नेताओ ने किया उतना तो विदेशी लोगा ने भी नही किया दुनिया के किसी भी देश की सरकार अपने प्रशसन् को बिना काम के पेस्सा नही देती पेहले उनके काम को देखा जाता है लेकिन भारत मे सरकारी कर्मचारी की बीबी तक कहती है हाजरी लगाकर वापस् जल्दी घर आ जाना घर मे सारे काम बाकी पड़े है
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बिना बिका या बिकने योग्य सामान की वापसी सार्थक होना वापस भेजना पुनः लागु होना वापसी लौटना रिटर्न टीकिट प्रत्यपर्ण जवाब देना कठोरता से प्रत्युत्तर देना वापिस करना / लौटाना चुका देना वापस रखना लाभ{पूँजी या लागत पर} लाभ प्रदान करना बदला चुकाना फिर से आना कठोरता से प्रत्युत्तर देना मुआवज़ा चुकाना प्रत्युत्त्र सार्थक होना लौटती डाक से पुरानी स्थिति में लौट जाना वापिस देना लौट आना वापस् वापस करना आना-जाना प्रत्युत्तर देना प्रत्युतर चुकाना
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आज की तारीख मे तो कोर्ट एक बिचौला है बस लम्बी लम्बी तारीख़े लो ओर फिर मीडिएशन सेन्टर मे जा के दूसरी गलत पार्टी की शर्ते मानते हुए कम्प्रोमाइज़ करके केस खत्म करो ओर कोर्ट मे जा के केस वापस् लो ओर कोर्ट कहे के इस साल बहुत सारे मुकदमे निपटाये (पर सही मायने मे इंसाफ कितनो को मिला ये भी तो बताओ) मुकदमा खत्म होना और इंसाफ होना दोनो अलग अलग बातें है आज की तारीख मे कोर्ट है झूठे मक्कार के लिए इंसाफ के लिए नही, तारिख़े लो और एश करो