ए. एस. सीरमऋणात्मक कशेरूकासंधिविकारों के समूह में से एक है जिनकी विशिष्ट विकृतिजन्य विक्षति है-एंथेसिस (हड्डी में तने हुए तंतुमय ऊतक के दाखिल होने का स्थान)
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उन्होंने बताया कि नर्सिग होम के लिए प्रयोगशाला या अन्य चिकित्सीय उपकरण की सहायता से विकृतिजन्य जीवाणु विषयक, वंशगत, विकिरण चिकित्सा, रासायनिक, जैविक अनुसंधान या अन्य निदान की जानकारी रहना अनिवार्य है।
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घोर प्रतिकूल परिस्थितियों में चरित्र प्रबलन, विकृतिजन्य रोगों, व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तनों को, यानि मनोविकृति को (चारित्रिक विकृति व्यक्तित्व के सामाजिक अनुकूलन को अवरुद्ध कर देती है और व्यवहारतः उसे अपरिवर्त्य (immutable) बना देती है, हालांकि सही ढंग से उपचार किए जाने पर उसे कुछ हद तक दुरस्त किया जा सकता है) जन्म देता है, परंतु उसे मानसिक रोग मानना ठीक नहीं है।