विचार स्वातंत्र्य का युग है और हिन्दी के ' स्कालरों ' और उनके विवेचनों, विश्वलेषणों, गूढग़ंभीर निष्कर्र्षां से, विश्वविद्यालयीन संगोष्टियों की प्रदर्शनी में मझे घबराहट होती है।
12.
आज इस विचार स्वातंत्र्य के जमाने में जनता को यह समझना ज़रूरी है कि विज्ञापन ने किस तरह भाषा को एक वेश्या की तरह सुंदर सजाकर, लुभावना अलंकरण कर बाजार में कोठे पर नचा दिया है।
13.
सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि मानव जीवन में ईश्वर की क्या आवश्यकता है और यह प्रश्न एकाएक अथवा किसी मार्क्सवादी सोच से ग्रसित होकर नहीं उठाया जा रहा है अपितु विचार स्वातंत्र्य (love of wisdom) के आलोक में.
14.
बेकन के विचारों में आधुनिक युग की सभी विशेषताएं-धर्मप्रभुत्व के प्रति विद्रोह, दर्शन को धर्म की दासता से मुक्त करना, व्यक्तिवाद, विचार स्वातंत्र्य, भौतिक विज्ञान का प्रभुत्व, प्रयोगों का महत्व और आगमन प्रणाली प्रचुर मात्रा में विद्यमान है।
15.
नास्तिक इस घटना के कारण उबल तो सकते हैं, क्योंकि वे तो धर्म के नाम से ही नाक भौं सिकोड़ने लगते हैं, धार्मिकों को अंधविश्वासी मानते हैं, और कहते हैं कि इन धर्मॊं ने तो विज्ञान की, इसलिये विचार स्वातंत्र्य वाले विश्व की प्रगति में अवरोध ही पैदा किये हैं।
16.
नास्तिक इस घटना के कारण उबल तो सकते हैं, क्योंकि वे तो धर्म के नाम से ही नाक भौं सिकोड़ने लगते हैं, धार्मिकों को अंधविश्वासी मानते हैं, और कहते हैं कि इन धर्मॊं ने तो विज्ञान की, इसलिये विचार स्वातंत्र्य वाले विश्व की प्रगति में अवरोध ही पैदा किये हैं।
17.
पुनः इसी बात पर आता हूं कि आज गुरु पूर्णिमा का पावन उपलक्ष्य है जहां हमें यह याद रखना होगा कि व्यक्ति के विचार स्वातंत्र्य को पंगु बनाने वाली किसी परम्परा का पोषण करने की बजाय उसे और धार देने में समर्थ बनाने वाली परम्परा का अनुशीलन हो ताकि गुलामी का अतीत कभी भारतीय समाज के सामने दोबारा न आ सके।