| 11. | ज्यादा पेशाब होगा और अधिक से अधिक विजातीय पदार्थ और यूरिक एसीड बाहर निकलते रहेंगे।
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| 12. | ज्यादा पेशाब होगा और अधिक से अधिक विजातीय पदार्थ और यूरिक एसीड बाहर निकलते रहेंगे।
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| 13. | हमारे शरीर में बहुत से विजातीय पदार्थ जमा हो जाते हैं जो शरीर के लिए हानिकारक हैं।
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| 14. | चय-अपचय प्रक्रिया को हानि पहुंचाने के अलावा भीतर एक विजातीय पदार्थ के रूप में जमा होते जाते हैं।
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| 15. | इस रूप में इसे सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखने से उसमें विद्यमान छिद्र, विजातीय पदार्थ अथवा धातुमल इत्यादि दिखलाई पड़ते हैं।
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| 16. | उपवास के दौरान शरीर में एकत्रित विजातीय पदार्थ (टाक्सिक मेटर) भस्म होने लगते हैं और शरीर से बाहर निकलने लगते हैं।
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| 17. | यह इसलिये होता है कि विजातीय पदार्थ बाहर निकलने की प्रक्रिया में ज्यादा मात्रा में रक्त प्रवाह में आ जाते हैं।
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| 18. | असल में शरीर में अगर विजातीय पदार्थ जमा है तो आँवले के सेवन से वह एलर्जी के रूप में प्रकट हुआ होगा।
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| 19. | 4. जहरीली औषधि का सेवन करने और संक्रमित इन्जेक्शनों को लगवाने से भी विजातीय पदार्थ शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
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| 20. | यदि ये विजातीय पदार्थ या विष शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं, तो तमाम रोगों का कारण बन जाते हैं।
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