| 11. | सामान्यत: विद्युत अपघट्य अम्लों, क्षारों एवं लवणों के विलयन के रूप में पाये जाते हैं।
|
| 12. | सामान्यत: विद्युत अपघट्य अम्लों, क्षारों एवं लवणों के विलयन के रूप में पाये जाते हैं।
|
| 13. | संधारित्र का एक प्रकार है जिसके दोनो प्लेटों के बीच कोई समुचित विद्युत अपघट्य (
|
| 14. | इसके अतिरिक्त उच्च ताप एवं कम दाब पर कुछ गैसें भी विद्युत अपघट्य जैसा गुण प्रदर्शित करतीं हैं।
|
| 15. | इसके अतिरिक्त उच्च ताप एवं कम दाब पर कुछ गैसें भी विद्युत अपघट्य जैसा गुण प्रदर्शित करतीं हैं।
|
| 16. | कुछ विलेय स्वीकार्य हैं और स्वाद बढ़ाने के लिए वांछनीय है तथा आवश्यक विद्युत अपघट्य भी उपलब्ध कराते हैं.
|
| 17. | कुछ विलेय स्वीकार्य हैं और स्वाद बढ़ाने के लिए वांछनीय है तथा आवश्यक विद्युत अपघट्य भी उपलब्ध कराते हैं.
|
| 18. | विद्युत अपघट्य के प्रयोग के कारण विद्युत अपघट्य संधारित्र की धारिता समान आकार के अन्य संधारित्रों की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।
|
| 19. | विद्युत अपघट्य के प्रयोग के कारण विद्युत अपघट्य संधारित्र की धारिता समान आकार के अन्य संधारित्रों की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।
|
| 20. | विद्युत अपघट्य के प्रयोग के कारण विद्युत अपघट्य संधारित्र की धारिता समान आकार के अन्य संधारित्रों की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।
|