इसलिए शूद्रोंका धन अपहरण किया, यह कहना ही अनुचित है!-संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) यह पहले जानना चाहिए कि ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य आदि धनाढ्य आर्योंद्वारा शूद्रोंका धन बलपूर्वक लिया गया तथा किस प्रकारका विलासपूर्ण जीवन व्यतीत किया गया? (क्या यह बात भटको ज्ञात है कि आर्य-अनार्य यह सिद्धांत अनुचित था, यह बात पहले ही सिद्ध हुई है ।