शंखिया का फूल उतारने का यंत्र विवरण-गाय के मूत्र में आधा पाव शंखिया लेकर भिगो दे | फिर जल पारा के रस में एक दिन भर घोट कर घीक्वार के पाठा के रस में घोटे बाद में हाँड़ी में भर दे और दूसरी हाँड़ी ले दोनों का मुख मिला दे मुद्रा देकर आँच पर चढ़ाये और अमरबेल पानी उस पर फेरता जाय तो शंखिया का फूल उड़ता है उसे लेकर बलानुसार खाँसी श्वास आदि रोग के रोगी को दे अथवा वैद्य से पूछ कर सेवन करे | उपर | घर | आगे