जंहा ' सोम ' को एक लता के रूप मे कहा गया है, वंही उसे एक सूक्ष्म शक्ति प्रवाह भी कहा गया है ।
12.
7 शक्ति नाड़ी-चीनी चिकित्सा में, इन्हें ची की वाहिकाएँ कहा जाता है जिनकी शक्ति प्रवाह के लिए एक जटिल रचना होती है।
13.
ये सब विधान इस दृष्टि से बनाने पडे़ हैं कि इन मंत्रों का जप अभीष्ट उद्देश्य पूरा कर सकने वाला और शक्ति प्रवाह उत्पन्न कर सके।
14.
भावना करें कि सविता देव का शक्ति प्रवाह मन्त्र जप के माध्यम से उनके शरीर, मन, अन्तःकरण को शुद्ध और तेजस्वी बना रहा है।
15.
गायत्री की शब्दावली ऐसे चुने हुए शृंखलाबद्ध शब्दों से बनाई गई है, जो क्रम और गुम्फन की विशेषता के कारण अपने ढंग का एक अद्भुत ही शक्ति प्रवाह उत्पन्न करती है।
16.
प्रकृति के दो भाग हैं-सूक्ष्म प्रकृति, जो शक्ति प्रवाह के रूप में, प्राण संचार के रूप में कार्य करती है, वह सत्, रज, तममयी है।
17.
तत्वतः यह सृष्टि में संचरण और उल्लास उत्पन्न करने वाले प्राण और रयि, अग्नि और सोम, के संयोग से उत्पन्न होने वाले, महानतम शक्ति प्रवाह की ओर संकेत है।
18.
जितना शक्ति प्रवाह बच्चन और वर्माजी की रचनाओं में नहीं है, उतना साही साहब में है जिसके बहाव में वे साहित्य के सहज विकास के सूत्रों को छोड़कर कैलिडोस्कोपिक विविध्ता में खो जाते हैं।
19.
मनुष् य की इड़ा पिंगला नाड़ीयां हर मनुष् य में प्रत् येक समय सप्रवाह रहतीं हैं किन् तु सुषुम् ना में शक्ति प्रवाह सिर्फ इसी योग साधन से किया जाता है और मनुष् य विलक्षण हो जाता है ।
20.
इस दिव्य परिक्रमा के बन जाने पर, यह एक बहुत प्रबल शक्ति प्रवाह बन जाती है जो तब एक शक्ति नाड़ी द्वारा सैकड़ों शक्ति नाड़ियों को गति में लाती है, जिससे और सभी शक्ति नाड़ियाँ खुल सकें।