मुमताज और शाहजहाँ कि प्रेम कहानी, चापलूस इतिहासकारों की भयंकर भूल और लापरवाह पुरातत्वविदों की सफ़ाई से स्वयं गढ़ी गई कोरी अफवाह मात्र है क्योंकि शाहजहाँ के समय का कम से कम एक शासकीय अभिलेख इस प्रेम कहानी की पुष्टि नही करता है.....
12.
मुमताज और शाहजहाँ कि प्रेम कहानी, चापलूस इतिहासकारों की भयंकर भूल और लापरवाह पुरातत्वविदों की सफ़ाई से स्वयं गढ़ी गई कोरी अफवाह मात्र है क्योंकि शाहजहाँ के समय का कम से कम एक शासकीय अभिलेख इस प्रेम कहानी की पुष्टि नही करता है.....
13.
शिकायत में ठाकुर ने शशांक शेखर सिंह की जन्मतिथि, शैक्षिक योग्यताओं, तकनीकी योग्यताओं तथा उनकी प्रथम नियुक्ति से अंत तक की चरित्र पंजिका जैसी कई जानकारियों के सम्बन्ध में कोई शासकीय अभिलेख नहीं होने के बावजूद पूरी नौकरी करने की जांच कराने की मांग की थी.
14.
शशांक शेखर सिंह के सम्बन्ध में कोई शासकीय अभिलेख नहीं उपलब्ध होने के आधार पर नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश और मुख्य सचिव को पत्र लिख कर प्रकरण की तत्काल जांच करा कर उचित कार्रवाई किये जाने की मांग की थी और हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की थी, जिसके बाद शशांक शेखर के विरुद्ध कार्रवाई शुरू हुई है.
15.
प्रो. ओक दावा करते हैं कि,ताजमहल नाम तेजो महालय (भगवान शिव का महल) का बिगड़ा हुआ संस्करण है, साथ ही साथ ओक कहते हैं कि-मुमताज और शाहजहाँ कि प्रेम कहानी,चापलूस इतिहासकारों की भयंकर भूल और लापरवाह पुरातत्वविदों की सफ़ाई से स्वयं गढ़ी गई कोरी अफवाह मात्र है क्योंकि शाहजहाँ के समय का कम से कम एक शासकीय अभिलेख इस प्रेम कहानी की पुष्टि नही करता है.....