| 11. | सर्वतोभद्र की परिकल्पना युक्त कालिंजर से प्राप्त शिल्पकृति विशेष महत्वपूर्ण है।
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| 12. | सर्वतोभद्र की परिकल्पना युक्त कालिंजर से प्राप्त शिल्पकृति विशेष महत्वपूर्ण है।
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| 13. | अंशतः खंडित यह शिल्पकृति लाल भूरा बलुआ प्रस्तर से निर्मित है।
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| 14. | यह शिल्पकृति लगभग 12वीं-13वीं सदी ईस्वी में निर्मित ज्ञात होती है।
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| 15. | शिल्पकृति के प्रथम खंड में चारों ओर गोलाकार तीन शिवलिंग निर्मित है।
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| 16. | शिल्पकृति के प्रथम खंड में चारों ओर गोलाकार तीन शिवलिंग निर्मित है।
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| 17. | शिल्पकृति में ऊपर के खंड में गंगा तथा बालक भीष्म का अंकन है।
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| 18. | वह अधिकतर अर्धोत्कीर्ण (महाबलिपुरम) या तीन चौथाई उत्कीर्ण (कैलास, एलोरा) जैसी शिल्पकृति है।
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| 19. | संभवतः इस शिल्पकृति के अधोभाग में कथा से संबंधित अन्य दृश्य रहे होंगे।
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| 20. | शिल्पकृति में ऊपर के खंड में गंगा तथा बालक भीष्म का अंकन है।
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