‘ व्यवसाय ' पद का प्रयोग विभिन्न प्रसंगों के अनुसार अनेक अर्थों में होता है, पर यहाँ उसका अर्थ केवल निश्चय है ; ज्ञान का सर्वथा संदेह रहित होना।
12.
तत्त्व से जाननें का भाव है-ऐसे समझना जैसा वह है, ऎसी समझ जो संदेह रहित हो, और जिसमें कोई प्रश्न बनानें की कोई गुंजाइश न दिखे ।
13.
जब मैं गीता में ब्रह्माण्ड रहस्य को पढता हूँ कि परमात्मा ब्रह्माण्ड एवं जीवों का निर्माण कैसे किया? तब मुझे संदेह रहित ऐसा ज्ञान मिलता है जैसा कहीं और नहीं देखता /
14.
संदेह रहित बुद्धि ही चेतना है जो यह महशूश कराती है की इस ब्रह्माण्ड का भी कोई नाभि केन्द्र [nucleous] है, जिसके फैलाव के रूप में यह ब्रह्माण्ड एवं टाइम-स्पेस फ्रेम है ।
15.
सीधी सी गणित है-बिषयों को समझो, इन्द्रियों को समझो, इनके चाल पर निगाह रखो-ऐसा करनें से मन स्थिर होगा, मन स्थिर होनें से बुद्धि संदेह रहित होगी और जब यह स्थिति आती है तब......
16.
आस्तिक हो या नास्तिक, जिन्हें अपने विचारों पर संदेह रहित निष्ठा है, किंतु कर्म उनका निष्काम व यथार्थ सदाचरण है, स्वार्थवश शिष्टाचारों का पखण्ड नहीं है, भरमाने की धूर्तता नहीं है तो उसके दोनो हाथ में लड्डू है.
17.
यूडीआरएस के तहत पगबाधा के फैसलों के लिए अब तक इस्तेमाल की जा रही बॉल ट्रैकिंग तकनीक वर्चुअल आई के कार्यकारी निदेशक इयान टेलर ने कहा कि अब तक उपलब्ध तकनीकें संदेह रहित नहीं हैं और इस स्तर तक पहुंचना ही बड़ी चुनौती है।
18.
स्वप्न में मैं सत-युग के लोगों को देखा, सभी लोग बड़े भोले इन्शान थे, जिनकी जरूरतें न के बराबर थी, जो अद्वैत्य में जीते थे, जो संदेह रहित थे और उनकी झोपड़ियों के साथ प्रभु की भी एक झोपड़ी थी ।
19.
किसी भी व्यक्ति अथवा राष्ट्र की उन्नत्ति क़े लिये तीन बातों की आवश्यकता है:-१. अच्छाई की शक्तियों में आस्था. २. द्वेष एवं संदेह रहित होना. ३. उन सब की सहायता करना जो अच्छा बनना एवं अच्छे कर्म करने का प्रयास कर रहे हैं.
20.
गीता के आखिरी सात सूत्रों को आप यहाँ देखे जिनका सम्बन्ध प्रभु श्री कृष्ण एवं अर्जुन से है और उनके भावों को भी देखा, अब समय आ गया है कि आप इन सूत्रों से या तो संदेह में यात्रा करें या संदेह रहित हो कर अर्जुन की भांती प्रभु सपर्पित हो कर संसार का द्रष्टा बन कर मजा लें, परमानंद का /