देश की केवल उच्च वर्णीय जनता संपत्तिवान बनी और नीच वर्णीय लोगों को सुविधाए पहुचाने का दावा करनेवाली सरकार भिकारी बनी...
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चोर तो संपत्तिवान के पास ही जाते हैं, कंगले के पास चोरों का क्या काम? बेहतर रचना.......... बधाई कबूल फरमाएं जनाब.
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पंचमेश एकादश भाव में एवं एकादशेश पंचम भाव में स्थित हो और नवमेश द्वारा दृष्ट हो तो जातक अत्यधिक धनवान एवं संपत्तिवान होता है।
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चोर तो संपत्तिवान के पास ही जाते हैं, कंगले के पास चोरों का क्या काम? बेहतर रचना ………. बधाई कबूल फरमाएं जना ब.
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यह कोण व उत्तर दिशा समृद्व होने से जहां एक सर्वाधिक संपत्तिवान व्यवस्था का निर्माण करता है यह अपार सफलता भी प्रदान कराने वाला क्षेत्र है ।
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द्वितीय भाव द्वितीय भाव का बृहस्पति व्यक्ति को संपत्तिवान, स्वादिष्ट व्यंजनों का प्रेमी, कुशल वक्ता, अधिकार में आनंद लेने वाला तथा सौभाग्यशाली बनाता है।
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यदि लग्नेश व चंद्र राशीश की युति केंद्र में अधिमित्र की राशि में हो और उन पर बली शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो जातक संपत्तिवान तथा प्रतिष्ठित होता है।
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(1) द्वारिकाधीश होने पर भी, सत्ता के अहंकार से पर और अत्यंत संपत्तिवान होने पर भी, धन से निर्लेप रहकर, अपने दरिद्र मित्र सुदामा का अनन्य प्रेम से आदर सत्कार करनेवाले श्रीकृष्ण
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(1) द्वारिकाधीश होने पर भी, सत्ता के अहंकार से पर और अत्यंत संपत्तिवान होने पर भी, धन से निर्लेप रहकर, अपने दरिद्र मित्र सुदामा का अनन्य प्रेम से आदर सत्कार करनेवाले श्रीकृष्ण
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अतः महंगाई विशेषतः खाद्य पदार्थों की कीमतों में होने वाली बढ़ोत्तरी का प्रत्यक्ष प्रभाव इसी वर्ग पर देखने को मिलता है, जबकि संपत्तिवान उच्च वर्ग महंगाई के फलस्वरूप रातों-रात मालामाल हो जाता है।