तड़ित्संवाहक 1 / 4 इंच मोटी ताँबे की छड़ का तथा संवातक के उच्चतम भाग से 18 इंच ऊपर तक होना चाहिए।
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तड़ित्संवाहक 1 / 4 इंच मोटी ताँबे की छड़ का तथा संवातक के उच्चतम भाग से 18 इंच ऊपर तक होना चाहिए।
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सकारात्मक दाब संवातक, जो 1940 के दशक से उपलब्ध हैं, सीधे फेफड़ों में हवा भरने के इसके उल्टे सिद्धांत पर काम करते हैं।
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जब सांस लेने में सहायक मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं, तो सांस लेने में मदद के लिए संवातक सहायता (इंटरमिटेंट पॉज़िटिव प्रेशर वेंटिलेशन (
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सकारात्मक दाब संवातक, जो 1940 के दशक से उपलब्ध हैं, सीधे फेफड़ों में हवा भरने के इसके उल्टे सिद्धांत पर काम करते हैं।
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नकारात्मक दाब संवातक, जैसे लोहे के फेफड़े, छाती के बाहरी भाग में निर्वात पैदा करते हैं, जिससे छाती फैल जाती है और फेफड़ों में हवा भर जाती है।
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नकारात्मक दाब संवातक, जैसे लोहे के फेफड़े, छाती के बाहरी भाग में निर्वात पैदा करते हैं, जिससे छाती फैल जाती है और फेफड़ों में हवा भर जाती है।
18.
अगर सी-3 के स्तर पर या उससे ऊपर फ़ालिज मार जाता है तो मध्यच्छद तंत्रिका (फ्रेनिक नर्व) उद्दीपित नहीं होती और डाइएफ्रैम काम नहीं करता और सांस लेने के लिए यांत्रिक सहायता-यानी संवातक (वेंटिलेटर) की ज़रूरत पड़ती है।
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जब सांस लेने में सहायक मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं, तो सांस लेने में मदद के लिए संवातक सहायता (इंटरमिटेंट पॉज़िटिव प्रेशर वेंटिलेशन (IPPV), बाइलेवल पॉज़िटिव एयरवे प्रेशर (BIPAP), या बाइफ़ेसिक क्यूरास वेंटिलेशन (BCV)) का उपयोग किया जा सकता है.
20.
अगर सी-3 के स्तर पर या उससे ऊपर फ़ालिज मार जाता है तो मध्यच्छद तंत्रिका (फ्रेनिक नर्व) उद्दीपित नहीं होती और डाइएफ्रैम काम नहीं करता और सांस लेने के लिए यांत्रिक सहायता-यानी संवातक (वेंटिलेटर) की ज़रूरत पड़ती है।