यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि स्वभाव की आयुगत विशेषताएं भी हैं और हर अवस्था में क्रियाशीलता, संवेगात्मकता तथा गतिशीलता अपने को अलग ढंग से व्यक्त करती हैं।
12.
मनुष्य के तंत्रिका-तंत्र का हर गुणधर्म उसके स्वभाव के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है और क्रियाशीलता, संवेगात्मकता तथा गतिशीलता जैसा हर परिवर्तनशील अभिलक्षण उसके तंत्रिका-तंत्र के किसी एक गुणधर्म पर ही नहीं, बल्कि तंत्रिका-तंत्र के भेद पर भी निर्भर होता है।