| 11. | संसृति में बह जाता है गल के।
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| 12. | फंस संकल्प विकल्पों में क्यों झेल रहा संसृति पीड़ा
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| 13. | ये संसृति जल पंजर गत हो गयी
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| 14. | अये, विश्व का स्वर्ण स्वप्न, संसृति का प्रथम प्रभात,
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| 15. | संसृति के जीवन में, सुभगे! ऐसी भी घड़ियाँ आऐंगी,
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| 16. | संसृति के जीवन में, सुभगे ऐसी भी घड़ियाँ आएँगी,
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| 17. | संसृति के जीवन में, सुभगे! ऐसी भी घड़ियाँ आऐंगी,
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| 18. | तेरी स्मृति में विस्मृत जाये संसृति का जीना-मरना ।
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| 19. | सत्संगति ही संसृति (जन्म-मरणके चक्र) का अन्त करती है।।
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| 20. | ऐ संसृति की आदि तपस्विनि, तेजस्विनि अभिराम।
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