संस्पर्श विधि में सल्फ़र अथवा आयरन सल्फ़ाइड सदृश किसी सल्फ़ाइड के दहन से सल्फर डाइऑक्साइड पहले बनता है और वह प्लैटिनम धातुयुक्त ऐसबेस्टस उत्प्रेरक की उपस्थिति में वायु के ऑक्सीजन द्वारा सल्फ़र ट्राइऑक्साइड में परिणत हो जाता है, जो जल में घुलकर सलफ़्यूरिक अम्ल बनता है।