प्र. संस्मृति विभाग द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में भाग ले कर वापस आ रहे थे |दूसरी ओर जाने माने रंगकर्मी हबीब तनवीर का भी अचानक ही निधन हो गया | सभी कला प्रेमी सदमे में आ गए इन एक के बाद एक लगे झटको से! कोई भी इन खबरों को पचा नहीं पा रहा था | पर होनी तो घट चुकी थी! सिवाए शोक के कोई कर भी क्या सकता था................................
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प्र. संस्मृति विभाग द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में भाग ले कर वापस आ रहे थे | दूसरी ओर जाने माने रंगकर्मी हबीब तनवीर का भी अचानक ही निधन हो गया | सभी कला प्रेमी सदमे में आ गए इन एक के बाद एक लगे झटको से! कोई भी इन खबरों को पचा नहीं पा रहा था | पर होनी तो घट चुकी थी! सिवाए शोक के कोई कर भी क्या सकता था................................
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प् र. संस्मृति विभाग द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में भाग ले कर वापस आ रहे थे | दूसरी ओर जाने माने रंगकर्मी हबीब तनवीर का भी अचानक ही निधन हो गया | सभी कला प्रेमी सदमे में आ गए इन एक के बाद एक लगे झटको से! कोई भी इन खबरों को पचा नहीं पा रहा था | पर होनी तो घट चुकी थी! सिवाए शोक के कोई कर भी क्या सकता था................................