| 11. | (2) वर्तमानकाल व भविष्यतकाल की सकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ ने परसर्ग का प्रयोग नहीं होता है।
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| 12. | (2) वर्तमानकाल व भविष्यतकाल की सकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ ने परसर्ग का प्रयोग नहीं होता है।
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| 13. | जिस क्रिया में कर्म होता है, कर्ता के साथ कर्म भी जुड़ा होता है, उसे सकर्मक क्रिया कहते है।
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| 14. | 2. सकर्मक क्रिया जिन क्रियाओं का फल (कर्ता को छोड़कर) कर्म पर पड़ता है वे सकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
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| 15. | 2. सकर्मक क्रिया जिन क्रियाओं का फल (कर्ता को छोड़कर) कर्म पर पड़ता है वे सकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
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| 16. | सकर्मक क्रिया जिन क्रियाओं का फल (कर्ता को छोड़कर) कर्म पर पड़ता है वे सकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
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| 17. | सकर्मक क्रिया जिन क्रियाओं का फल (कर्ता को छोड़कर) कर्म पर पड़ता है वे सकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
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| 18. | अवधी का एक मुख्य भेदक लक्षण है अन्यपुरुष एकवचन की सकर्मक क्रिया के भूतकाल का रूप (यथा करिसि, खाइसि, मारिसि)।
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| 19. | अवधी का एक मुख्य भेदक लक्षण है अन्यपुरुष एकवचन की सकर्मक क्रिया के भूतकाल का रूप (यथा करिसि, खाइसि, मारिसि)।
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| 20. | प्रश्न पूछने पर कुछ भी उत्तर नही मिलता ।२. सकर्मक क्रिया:-सकर्मक क्रिया का शाब्दिक अर्थ है-कर्म सहित ।
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