यही कारण है कि मन्दिर इत्यादि किसी धार्मिक स्थल में जाने पर किसी पापी, दुराचारी मनुष्य के मन में भी चाहे कुछ क्षण के लिए ही सही पवित्रता के भाव ओर वेश्या के कोठे या किसी बियर बार में जाने पर किसी सज्जन, सदाचारी मनुष्य के मन में भी दूषित भाव उत्पन होने लगते हैं ।