कुल मिलाकर, ग्रामीण पत्रकारिता की जो भी झलक विभिन्न समाचार माध्यमों में आज मिल पाती है, उसका श्रेय अधिकांशत: जिला मुख्यालयों में रहकर अंशकालिक रूप से काम करने वाले अप्रशिक्षित पत्रकारों को जाता है, जिन्हें अपनी मेहनत के बदले में समुचित पारिश्रमिक तक नहीं मिल पाता।
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जागरण जंक्शन परिवार को मेरा सुझाव है कि आप प्रतिदिन सबसे बेहतर 11 या 22 बेस्ट ब्लॉग का चुनाव कर उनके ब्लागरों को समुचित पारिश्रमिक दें, जिससे की इस मंच पर अच्छी कवितायेँ और अच्छे लेख हमेशा पढ़ने को मिलती रहें और अनगिनत स्वयं जगे हुए और समाज को भी जगाते हुए सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगर इस मंच की शोभा हमेशा बढ़ाते रहें.