दो प्रकार के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं, एक तो दक्षिणवर्त सोडियम अमोनियम टार्टरेट की भाँति सर्वसम और दूसरी तरफ के क्रिस्टल, जिनकी अर्धफलकता (hemihedrism) इनके विपरीत होती है।
12.
इस प्रकार की ठोस विलेयता दोनों तत्वों के परमाणुओं के अर्द्धव्यास सर्वसम (identical), या लगभग समान हों, तो ठोस विलेयता पूर्ण रूप से होगी।
13.
दो प्रकार के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं, एक तो दक्षिणवर्त सोडियम अमोनियम टार्टरेट की भाँति सर्वसम और दूसरी तरफ के क्रिस्टल, जिनकी अर्धफलकता (hemihedrism) इनके विपरीत होती है।
14.
इलेक्ट्रोड और मिट्टी, जिसमें ये गाड़े जाते हैं, दोनो के गुणों के सर्वसम न होने के कारण, पर्पटी के किन्हीं दो विदुओं के बीच के विभवांतर का यथार्थ मान प्राप्त करने के लिये इलेक्ट्रोडों और मिट्टी के बीा संपर्क विभवांतर के संशोधनों को प्रयुक्त करना आवश्यक है।
15.
इलेक्ट्रोड और मिट्टी, जिसमें ये गाड़े जाते हैं, दोनो के गुणों के सर्वसम न होने के कारण, पर्पटी के किन्हीं दो विदुओं के बीच के विभवांतर का यथार्थ मान प्राप्त करने के लिये इलेक्ट्रोडों और मिट्टी के बीा संपर्क विभवांतर के संशोधनों को प्रयुक्त करना आवश्यक है।