आजकल उपर्युक्त आसंजकों के बदले ऐसे पदार्थ लिये जाते हैं जिनसे कपड़े पर सांश्लेषिक रेज़िन बन जाती है, जैसे फीनॉल और फार्मैल्डिहाइड सोडियम ऐसीटेट के साथ।
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इनमें से कुछ जीवाणु रसायनी सांश्लेषिक (च्हेमोस्य्न्ट्हेटिच्) जीवाणु कहलाते है क्योंकि ये स्वयं अपनी ऊर्जाअकार्बनिक यौगिकों के क्सीकरण से प्राप्त करते हैं, जैसे सल्फाइड कासल्फर में क्सीकरण.