प्राचीन चित्रात्मक प्रदर्शनों तथा प्रारंभिक बपतिस्मा के बचे हुए जल-पात्रों के मापन के आधार पर इस अनुमान को चुनौती दी गई है कि “निमज्जन” शब्दावली, जिसका प्रयोग इतिहासकारों द्वारा प्रारंभिक ईसाईयों की सामान्य पद्धति के बारे में बात करते समय किया जाता था, अभी भी इसे भूलवश निमज्जन मान लिया जाता है.