लोगों को उनके कर्तव्यों और अधिकारों से अवगत कराना, अपनी-अपनी सृजनात्मकता को धार देना, समाज की बुराईयों, कुरीतियों से लड़ने का साहस देना, स्वयं से जुड़े हुए लोगों को जागरूक रखना, उन्हें सचेत और सचेष्ट बनाए रखना ही ब्लोगिंग का प्रथम कर्त्तव्य होना चाहिए ।
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आने वाले हर लम् हे से कहना ही होगा हर पल को शुभ कर देना तुम इतना जिससे मजबूत हों इमारे इरादे साहस देना हर एक मन को जिससे प्रखर हो सके टूटा हुआ विश् वास ओज देना इतना वाणी को सुनाई दे जाये वो श्रवण बाधित को दिखाई दे जाये साहस तुम् हारा दृष्टिहीनों को!!!!!!