सिपाहियाना पोशाक पहने, ललाट पर त्रिपुंड लगाए, कमर में नीमचा खंजर और ऊपर से कमंद लपेटे, बगल से मुसाफिरी का झोला, हाथ में दूध से भरा लोटा लिए आनंद सिंह के सामने आ खड़ा हुआ और बोला-' अफसोस, आप राजकुमार होकर वह काम करना चाहते हैं, जो ऐयारों, जासूसों या अदले सिपाहियों के करने लायक हो! नतीजा यह निकला कि इस चांडालिन के यहां फंसना पड़ा।