| 11. | १ ५ % यह सिफिलिस या सायकोसिस का रूप लेता है.
|
| 12. | उन्हें ड़रपोक, व्यसनी तथा सिफिलिस से संक्रमित तक घोषित किया गया।
|
| 13. | जननेन्द्रिय पर कठोर फोड़े हो जाने को सिफिलिस का फोड़ा कहते हैं।
|
| 14. | सिफिलिस रोग की दूसरी अवस्था में इस औषधि का प्रयोग किया जाता है।
|
| 15. | स्थानिय चमड़ी के रोग जैसे फगंल इन्फेक्शन, पायोडरमा, सिफिलिस की दूसरी श्रेणी इत्यादी।
|
| 16. | इस औषधि का सिफिलिस के कारण होने वाले रोगों पर विशेष प्रभाव होता है।
|
| 17. | 16 उपदंश (सिफिलिस:-अमरबेल का रस उपदंश के लिए अधिक गुणकारी हैं।
|
| 18. | इस औषधि का प्रयोग सिफिलिस के किसी भी स्थिति में किया जा सकता है।
|
| 19. | यह कोढ़, सिफिलिस एवं किसी भी रोगाणु जन्य खुजली को दूर करती है ।
|
| 20. | आनुवंशिक सिफिलिस रोग अर्थात माता-पिता के द्वारा उसके बच्चे को सिफिलिस रोग हो जाता है।
|