आपने नींद का सुख जाना है, देखा है नींद का सुख एक रस है तो मृत् यु उसके आगे महारास है।
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कुछ दबी-दबी बातें उभर रही थीं-” कौन-सा सुख जाना है! कच्ची उम्र से ही सौत का दुख भोग रही है।
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तीर बने कभी तलवार बने समय की ऎसी धार बने सृष्टि निर्माता तुमने सदा ही सबके सुख में सुख जाना बिना तुम्हारे कुछ...
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किन्तु नहीं फिर राजा ने सुख जाना, हर जगह गूँजता था पागल का गाना बीच बीच में, राजा तुम भूले थे, रानी का हँसकर सुन पड़ता था ताना।
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जी से, सिर्फ सडकों पे बहता खून हीं हिंशा का साबुत नहीं होता, जिस्म के अन्दर नशों में खून का सुख जाना हमरे समय की सबसे बड़ी चुनौती है.
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Prometheus जी से, सिर्फ सडकों पे बहता खून हीं हिंशा का साबुत नहीं होता, जिस्म के अन्दर नशों में खून का सुख जाना हमरे समय की सबसे बड़ी चुनौती है.
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रुकते नहीं, ठहर कर देखते नहीं कि जिसे कल सुख जाना था, वह आज दुख हो गया, तो ऐसा तो नहीं है कि हम जिसे भी सुख जानेंगे, वह फिर दुख हो जाएगा? ऐसा मन कहता है कि यह हो गया दुख, कोई बात नहीं, कहीं कोई भूल हो गई, यह दुख रहा ही होगा, हमने भ्रांति से सुख समझ लिया था।