| 11. | नाडि का अर्थ बांसुरी भी होता है जो प्रसिद्ध सुषिर वाद्य है।
|
| 12. | बांसुरी-सुषिर वाद्यों में बांसुरी या आड़बांसी झारखंड में काफी लोकप्रिय हैं।
|
| 13. | सुषिर यानी फूंक से बजाए जानवाले वाद्यों का पोला होना आवश्यक है।
|
| 14. | बांसुरी-सुषिर वाद्यों में बांसुरी या आड़बांसी झारखंड में काफी लोकप्रिय हैं।
|
| 15. | नाडि का अर्थ बांसुरी भी होता है जो प्रसिद्ध सुषिर वाद्य है।
|
| 16. | नाडि का अर्थ बांसुरी भी होता है जो प्रसिद्ध सुषिर वाद्य है।
|
| 17. | तत् २. घन ३. सुषिर तथा ४. अवनद्ध. वृन्दशब्द का अर्थ है--समुह.
|
| 18. | तीव्रता की दृष्टि से सुषिर वाद्यों मेंशहनाई, नागस्वरम के नाम लिये जा सकते हैं.
|
| 19. | अरबी में भी सुर शब्द है जिसका मतलब भी सुषिर वाद्य ही होता है।
|
| 20. | यहाँ भी तत, सुषिर, अवनद्ध और धन वाद्य कई प्रकार के थे।
|