साथ ही वो डॉल्फ़िन के देसी नाम सोंस के बारे में बताते हैं कि डॉल्फ़िन चूँकि स्तनधारी जीव हैं, इसलिए वे पानी के भीतर अधिक देर नहीं रह सकतीं और थोड़ी-थोड़ी देर में वे सतह से ऊपर आकर साँस लेती हैं जिससे सूँ-सूँ की आवाज़ होती है और इसी से देसी बोली में गंगा डॉल्फ़िनों को सोंस भी कहा जाने लगा.