इतनी देर में जो कुछ वह देख चुका था, उससे उसे लगने लगा था कि वह, बहुत ही बुरी जगह और बुरे लोगों के बीच आ फंसा है कि रामजनम बहुत बड़ा झुठ्ठा और ठग है और उसे जितनी जल्दी हो, यहाँ से भाग निकलना चाहिए।
12.
पुजारियों ने देखते ही गुल करना शुरू किया कि ' ऐयार है, ऐयार है, धरो, पकड़ो, जाने न पाए! ' बेचारे तेजसिंह बड़ा घबराए और ताज्जुब करने लगे कि इन लोगों को कैसे मालूम हो गया कि हम ऐयार हैं क्योंकि तेजसिंह को इस बात का गुमान भी न था कि यहां के रहने वाले कुत्ते, बिल्ली को भी ऐयार समझते हैं, मगर यकायक वहां से भाग निकलना भी मुनासिब न समझाकर रुके और बोले-