स्खलित वीर्य के लिए स्थान बनाने हेतु इसे लिंग पर चढाने के बाद इसके सिरे को दबाकर हवा निकाल देनी चाहिए ओर सहवास के बाद योनि से लिंग निकालकर कंडोम उतार देना चाहिए ताकि वीर्य छलककर योनि में न गिर जाए।
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वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हम जानते हैं कि गर्भस्थ भ्रूण विकास के इस प्रारम्भिक चरण में कुछ वीर्य ऐसे होते हैं जो एक पृथक स्वरूप धारण कर चुके हैं, जबकि कुछ स्खलित वीर्य, विशेष तुलनात्मक स्वरूप में आए नहीं होते ।