(रो 15:4) अभी तक संसार के लोगों के मन में यह स्थिर विचार बैठा है कि परमेश्वर स्वर्गदूतों से निकम्मे रूप में कभी नहीं आ सकता, और वे भयभीत और आश्चर्य रूप में प्रकट होने वाले द्वितीय मसीह का इन्तजार कर रहे हैं।
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4) अभी तक संसार के लोगों के मन में यह स्थिर विचार बैठा है कि परमेश्वर स्वर्गदूतों से निकम्मे रूप में कभी नहीं आ सकता, और वे भयभीत और आश्चर्य रूप में प्रकट होने वाले द्वितीय मसीह का इन्तजार कर रहे हैं।