| 11. | परमात्मा एक स्वप् न है मनुष्य की आत्मा में छिपा।
|
| 12. | जागकर सुबह पता चलता है कि वह स्वप् न था।
|
| 13. | किसी ने स्वप् न देखा-हिमालय का।
|
| 14. | स्वप्न नहीं है, ऐसा नहीं, स्वप् न भी है।
|
| 15. | फिर बाहर जो है, वह स्वप् नत हो जाता है।
|
| 16. | अनिश्चित आवृति में टकराती हुई स्मृतियों से बना हुआ स्वप् न.
|
| 17. | बड़े हिम्मतवर लोग थे, जिन्होंने कहा, जगत स्वप् नवत है।
|
| 18. | मन के पार उठ जाना स्वप् न के पार उठ जाना है।
|
| 19. | अगर पता चल जाए, तो स्वप् न उसी वक्त टूट जाएगा।
|
| 20. | एक स्वप् न है अभी तो, लेकिन साकार हो सकता है।
|