| 11. | गत तीन शताब्दियों में अनेक भूवेत्ताओं ने भारत के स्वर्णयुक्त क्षेत्रों में कार्य किया किंतु अधिकांशत:
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| 12. | जयमंगल रस (स्वर्णयुक्त): जीर्ण ज्वर, धातुगत ज्वर और कठिन बुखारों में अत्यंत लाभकारी।
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| 13. | सुनना एक ऐसी पारस मनी है, जो अंदर से बाहर तक मनुष्य को स्वर्णयुक्त बना देता है.
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| 14. | चिंतामणि रस (स्वर्णयुक्त): मानसिक विकार को दूर कर रक्त संचार को नियमित करता है।
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| 15. | सुनना एक ऐसी पारस मनी है, जो अंदर से बाहर तक मनुष्य को स्वर्णयुक्त बना देता है.
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| 16. | में जल की तीव्र धारा को स्वर्णयुक्त चट्टानों द्वारा प्रविष्ट करते हैं जिससे स्वर्ण से मिश्रित रेत जमा हो जाती है।
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| 17. | हाइड्रालिक विधि (hydraulic mining) में जल की तीव्र धारा को स्वर्णयुक्त चट्टानों द्वारा प्रविष्ट करते हैं जिससे स्वर्ण से मिश्रित रेत जमा हो जाती है।
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| 18. | आधुनिक विधि द्वारा स्वर्णयुक्त क्वार्ट्ज (quartz) को चूर्ण कर पारद की परतदार ताम्र की थालियों पर धोते हैं जिससे अधिकांश स्वर्ण थालियों पर जम जाता है।
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| 19. | हाइड्रालिक विधि (hydraulic mining) में जल की तीव्र धारा को स्वर्णयुक्त चट्टानों द्वारा प्रविष्ट करते हैं जिससे स्वर्ण से मिश्रित रेत जमा हो जाती है।
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| 20. | इसलिए आप इन स्वर्णयुक्त दांतों को स्वीकार करें।” श्रीकृष्ण दान अस्वीकार करते हुए बोले-“राजन! इन दांतों पर रक्त लगा है और आपने इन्हें मुख से निकाला है।
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