| 11. | इस प्रकार किया जप स्वर- बन्धनों से मुक्त होता है।
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| 12. | सभी कविताओं में स्वर- रूपेश ऋषि
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| 13. | चिन्तित और बहुमुख प्रतिवाद का स्वर- “ शेखर! ”
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| 14. | बुदंल पार्शव स्वर- सुनो, सुनो, सुनो (मुनादी के अंदाज मे)
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| 15. | संयुक्त स्वर- महिलायें नारे लगाती है-
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| 16. | स्वर- अल्पना वादा कर ले सजना वादा कर ले सजना ।
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| 17. | उनके ऊंचे स्वर- इस मौत का स्वागत करते-डराते नहीं मुझे.
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| 18. | » वरुण गांधी पर रासुका हिन्दुओं का अपमान स्वर- विहिप प्रवक्ता
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| 19. | सम्मिलित स्वर--न्याय, शासन-व्यवस्था की ढीली चूलें हिला सकता है।
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| 20. | २००२-डॉ. प्रबोध नारायण सिंह (पतझड़क स्वर- कुर्तुल ऐन हैदर, उर्दू)
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