दिक् जैसा ही काल भी व्यक्तिगत (अथवा स्व-काल) होता है और प्रत्येक व्यक्ति की कालगणना स्वतंत्र तथा स्वेच्छ होती है।
12.
दूसरा प्रश्न यह है कि क्या आखेटको ने बिना युद्ध किये अपनी महिलाओं को स्वतंत्रता दे दी थी कि वे स्वेच्छ से कृषको के पास जाएं?
13.
स्त्रीप्रधान समाज में तो स्त्री स्वतंत्र रही होगी और् उसने स्वेच्छ से अधिक सभ्य कृषक का वरण किया होगा या उसके साथ रहना पसंद किया होगा।
14.
क्रियाविधि के समान नहीं था, क्योंकि अर्द्ध-स्वेच्छ स्थानों में फाइलों को प्रतिचित्रित करने के समय अंतर फ़ाइल पॉइंटर (सूचक) संकेत काम नहीं करते हैं.
15.
स्त्रीप्रधान समाज में तो स्त्री स्वतंत्र रही होगी और् उसने स्वेच्छ से अधिक सभ्य कृषक का वरण किया होगा या उसके साथ रहना पसंद किया होगा।
16.
“दूसरा प्रश्न यह है कि क्या आखेटको ने बिना युद्ध किये अपनी महिलाओं को स्वतंत्रता दे दी थी कि वे स्वेच्छ से कृषको के पास जाएं? ”
17.
स्वेच्छ अथवा आनुभविक फलनों के लेखाचित्र पटलों पर खींचकर उन्हें विश्लेषक में प्रविष्ट कर दिया जाता है और विश्लेषक का हल बाहर आनेवाले पटलों पर लेखाचित्र के रूप में प्राप्त होता है।
18.
यह यूनिक्स (Unix) में बाद के mmap क्रियाविधि के समान नहीं था, क्योंकि अर्द्ध-स्वेच्छ स्थानों में फाइलों को प्रतिचित्रित करने के समय अंतर फ़ाइल पॉइंटर (सूचक) संकेत काम नहीं करते हैं.
19.
अपंग व्यक्ति, गर्भवती स्त्री, कालाजार प्रभावित इलाकों में रहने वाले आदिवासी या स्वेच्छ या सारी सुख-सुविधाओं का त्याग कर जनता की सेवा करने वाले सामाजिक कार्यकर्त्ता-सभी उनकी नजर में रहते हैं और मनुष्यों का कुछ खास भला होते नहीं देखते।
20.
ये दीवारें ऐसी होंगी कि साम्यावस्था में इनके द्वारा अलग किए गए द्रवों की दाब तथा आयतन के मान स्वेच्छ नहीं होंगे, अर्थात् यदि एक द्रव की दाब एवं आयतन और दूसरे द्रव की दाब निश्चित कर दी जाए तो दूसरे द्रव का आयतन भी निश्चित हो जाएगा।