गोविनदजी ने अपने हथोन से उशा का हथ उसके चेहेरे से हथा कर अपने बहु से पुचा, “ कयोन, चिनल चुद्दकर रनदी उशा मज़ा अया अपने ससुर के लुनद से अपनि चूत चुदवा कर? बोल कैसा लगा मेरा लुनद और उसके धक्के? ” उशा अपने हथोन से अपने ससुर को बनध कर उनको चुमते हुए बोलि, “ बबुजी अपका लुनद बहुत शनदर है और इसको किसि भि औरत कि चूत को चोद कर मज़ा देने कि कला अति है।