| 11. | हरताल से पीला, हिंगुल से लाल, दीपक की कजली से काला, इसी तरह प्राकृतिक रंग बनते हैं।
|
| 12. | ★★★★★★ बनाने की विधि-पहले स्वर्ण भस्म या वर्क और हिंगुल को मिला कर एक जान कर लें ।
|
| 13. | • 22. जायफलः-15 ग्राम जायफल, 20 ग्राम हिंगुल भस्म, 5 ग्राम अकरकरा और 10 ग्राम केसर को मिलाकर बारीक पीस लें।
|
| 14. | नुस्खा-स्वर्ण भस्म या वर्क 10 ग्राम, मोती पिष्टी 20 ग्राम, शुद्ध हिंगुल 30 ग्राम, सफेद मिर्च 40 ग्राम, शुद्ध खर्पर 80 ग्राम।
|
| 15. | + शुद्ध हिंगुल २ ५ मिग्रा. + बबूल गोंद २ ५ मिग्रा. + विधारा ५ ० मिग्रा. + दालचीनी २ ५ मिग्रा.
|
| 16. | सामान्य रस-कबीला, चपल, संखिया, नौसादर, किटी, अंबर, गिरि सिंदूर, हिंगुल और मुर्दासंग सामान्य या साधारण रस कहलाते हैं।
|
| 17. | गाय के दूध का मक्खन पच्चीस ग्राम थोड़ा सा नींबू का रस पहले स्वर्ण भस्म या वर्क और हिंगुल को मिला कर एक जान कर लें।
|
| 18. | पहले करंज की मिंगी को कूट-पीस कर बारीक चूर्ण कर लें, फिर हींग व शंख भस्म मिलाकर शुद्ध हिंगुल पीसकर मिलाकर सबको एक जान कर लें।
|
| 19. | • 22. जायफलः-15 ग्राम जायफल, 20 ग्राम हिंगुल भस्म, 5 ग्राम अकरकरा और 10 ग्राम केसर को मिलाकर बारीक पीस लें।
|
| 20. | गाय के दूध का मक्खन 25 ग्राम थोड़ा सा नींबू का रस पहले स्वर्ण भस्म या वर्क और हिंगुल को मिला कर एक जान कर लें।
|