हल चलाते समय बैल के फाला लग जाए तो हींस के नीचे होकर “पैना” को तीन बार निकालकर जिस दि श् ाा में पीपल हो, उस दि श् ाा में देखने से घाव सूख जाता है।
12.
बवानियां गांव से करीब दो किलोमीटर दूर गांव की खुडाली नामक बणी में इस हींस के पेड़ के पास महाराज मंगलदास आए और एक झोंपड़ी बनाकर रहने लगे, तभी से यह स्थान पूजनीय बन गया था।