तालुकेदारों, जमींदारों, सेठ-साहूकारों आदि को चाहिये कि गोशालाओं की वृद्धि करें, जहाण् से आदर्श हृष्ट-पुष्ट गौओं और बैलों की प्राप्ति हो सके।
12.
यह तभी हृष्ट-पुष्ट रह सकता है जब शरीर के सभी अंग-उपांग अपने अपने दायित्वों का निर्वहन अपने पूरे सामर्थ्य, मनोयोग और निष्ठापूर्वक करें. यही
13.
जो विलक्षण प्रतिभाशाली नहीं हैं, न बहादुर हैं और न ही हृष्ट-पुष्ट हैं, वे प्रायः उत्पादक कार्यों, खेती, हाथ के दस्तकार के सर्वाधिक उपयुक्त माने जाते हैं.
14.
इसका अनुमान उसकी इस मान्यता से भी लगाया जा सकता है कि वह जहां हृष्ट-पुष्ट बच्चों का विशेष ध्यान देने पर जोर देता है, ताकि वे बड़े होकर अच्छे सैनिक का धर्म निभा सकें.
15.
क्रेसिन ने अपनी एक हृष्ट-पुष्ट लड़की, अपने खेती के औजार, बैल आदि को अदालत के सामने खड़ा कर कहा-मैं खेत को भली-भांति जोतकर, खाद डालकर अच्छा तैयार करता हूं।
16.
इसका अनुमान उसकी इस मान्यता से भी लगाया जा सकता है कि वह जहां हृष्ट-पुष्ट बच्चों का विशेष ध्यान देने पर जोर देता है, ताकि वे बड़े होकर अच्छे सैनिक का धर्म निभा सकें.
17.
गौदुग्ध सेवन से लाभः यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चों का शरीर हृष्ट-पुष्ट, सुंदर एवं सुगठित हो, वे मेधावी और प्रचंड बुद्धि-शक्तिवाले व विद्वान बनें तो उन्हें नियमित रूप से देशी गाय का दूध व मक्खन खिलायें-पिलायें।
18.
वे किस दौर के भगतसिंह को स्थापित करना चाहते हैं तब भगतसिंह की ऐसी खास छवि बनाकर हृष्ट-पुष्ट जट-सिख पेश करने का मतलब सरकारी विज्ञापनों में और जाट पुत्तर के तौर पर भगतसिंह को पेश करते जातिवादी संगठनों में यही समानता दिखती है ।