| 21. | में याल्टा संधि के अनुसार ३ ८ उत्तरी अक्षांश रेखा द्वारा इस देश को दो मागों में वमाजित कर दिया गया।
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| 22. | भारत की नाभि जबलपुर से निकलने वाली भारतीय अक्षांश रेखा जबलपुर से 343 कि. मी. (213 मील) उत्तर में इलाहाबाद से निकलती है।
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| 23. | वास्तविक प्रक्षेप का आविष्कार ३०० ई. पू. में सिसली निवासी डायकेयरसूज द्वारा किया गया जिसपर खींचे मानचित्र पर सर्वप्रथम अक्षांश रेखा खींची गई।
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| 24. | वास्तविक प्रक्षेप का आविष्कार ३०० ई. पू. में सिसली निवासी डायकेयरसूज द्वारा किया गया जिसपर खींचे मानचित्र पर सर्वप्रथम अक्षांश रेखा खींची गई।
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| 25. | तटपार पीत सागर में 38 अंश अक्षांश रेखा के समानांतर 200 किलोमीटर लंबी एक जलसीमा है, जिसे उत्तर कोरिया ने कभी स्वीकार नहीं किया।
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| 26. | तटपार पीत सागर में 38 अंश अक्षांश रेखा के समानांतर 200 किलोमीटर लंबी एक जलसीमा है, जिसे उत्तर कोरिया ने कभी स्वीकार नहीं किया।
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| 27. | अंत में यह देश 17° अक्षांश रेखा के द्वारा दो भागों में विभाजित किया गया-उत्तरी भाग ' उत्तरी वियतनाम' तथा दक्षिणी भाग 'दक्षिणी वियतनाम' प्रसिद्ध हुआ।
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| 28. | भारत का नाभि-स्थल कहे जाने वाले जबलपुर से निकलने वाली ' भारतीय अक्षांश रेखा ' जबलपुर से 343 किलोमीटर उत्तर में इलाहाबाद से निकलती है।
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| 29. | तटपार पीत सागर में 38 अंश अक्षांश रेखा के समानांतर 200 किलोमीटर लंबी एक जलसीमा है, जिसे उत्तर कोरिया ने कभी स्वीकार नहीं किया।
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| 30. | अंत में यह देश 17° अक्षांश रेखा के द्वारा दो भागों में विभाजित किया गया-उत्तरी भाग ' उत्तरी वियतनाम' तथा दक्षिणी भाग 'दक्षिणी वियतनाम' प्रसिद्ध हुआ।
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