प्रथम दान अपनी शक्ति के अनुसार गरीब, दीन-दु: खी, ब्रा ± मण, धर्म-स्थान व यज्ञादि कायोंü में सहयोग देना और अतिथि सेवा आदि दान है।
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काशीमणि देवी एक आदर्श भारतीय गृहिणी थी, जो अपने गृह-कर्त्तव्यों का और अतिथि सेवा तथा दरिद्रनारायण सेवा के अपने गृहस्थ धर्म का प्रसन्नतापूर्वक पालन करती थी।
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Tenaya अनुभव क्लासिक, अभी तक पूरी तरह से आधुनिक वायरलेस इंटरनेट, स्पा सेवाओं, ठीक भोजन, और अनुग्रह अतिथि सेवा जैसे समकालीन सुविधाओं के साथ है.
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प्रत्येक को अपने घर में कल्पवृक्ष, कामधेनु व चिंतामणि रत्ना का चित्र रखना चाहिए व्रतियों, महाव्रतियों को आहार करना चाहिए साकार परमात्मा की उपासना करना चाहिए प्रतिदिन दान करना चाहिए अतिथि सेवा दिन में ब्रहमचर्य का पालन अवस्त्र [...]
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जिनमें ग्रहस् थाश्रम को अधिक महत् व दिया गया है क् योकि यही आश्रम परिवार को व् यवस्थित कर अपनी पाठशाला में संस् कार, संस् क्रति, अनुशासर अतिथि सेवा सत् कार की शिक्षा भी देता है।
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गौतम धर्मसूत्र balloon title = “ गौतम धर्मसूत्र 1. 3-28 ” style = color: blue > * / balloon > के अनुसार सन्यासी को भी अतिथि सेवा करनी चाहिए तथा गृहस्थ को ‘ देवपितृमनुष्यर्षिपूजक ' होना चाहिए।
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“ जब तक महापुरुषों की चरणधूलि जीवन अभिषिक्त नहीं होता तब तक केवल तप, यज्ञ, दान, अतिथि सेवा, वेदाध्ययन, योग, देवोपासना आदि किसी भी साधन से परमात्मा का ज्ञान प्राप्त नहीं होता ।
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पर्यावरिक और सांस्कृतिक तत्वों का मूल्यांकन, पुनर्चक्रण को बढ़ावा देने के लिये अतिथि सेवा प्रदान करने वालों द्वारा पहलकदमी, ऊर्जा दक्षता, जल का पुनर्प्रयोग और स्थानीय लोगों के लिये आर्थिक विकल्पों को पैदाकरना आदि सभी पर्यावरणीय पर्यटन का अभिन्न अंग है।
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नीले वस्त्रों को पहनकरयदि कोई नित्य-प्रति स्नान करे, सुपात्र को दान दें, सायं प्रातःकाल हवन करें या स्वाध्याय अतिथि सेवा आदि शुभ कर्म करें तो भी उन शुभ कर्मों का फल नष्ट हो जाता है तथा अन्य भी बहुत से प्रमाण श्रुति शास्त्रों में नीले वस्त्र निषेध संबंध में दिए हैं।
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आकर्षक फलोरेंटैन गेस्ट हाउस जिसके लिए वह मशहूर है, निरंतर परिवर्तन से अब नवीकरण और सुधारा हुआ, मारियो गेस्ट हाउस है पुनर्जागरण का उद्गम स्थल से आकर्षण और भव्यता का एक सही मिश्रण और साथ में आधुनिक अतिथि सेवा और केवल 16 कमरों के साथ हम हर एक अतिथि को व्यक्तिगत सेवा देने में सक्षम हैं.