पीयूष ग्रंथि के चारों ओर मौजूद पीयूषिका पोर्टल शिरीय रक्त में अधश्चेतक (हाइपोथैलेमस) के नाड़ीस्रावक नाभिकों से मुक्त हुए पेप्टाइड (वृद्धि हार्मोन-मुक्तिकारक हार्मोन या सोमेटोक्रिनिन और वृद्धि हार्मोन-प्रतिबंधी हार्मोन या सोमेटोस्टैटिन) सोमेटोट्रोपों द्वारा जीएच के स्राव के मुख्य नियंत्रक होते हैं.
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देखा गया है कि उन पशुओं (हम भी एक पशु तो हैं) की हाइपोथैलैमस (अधश्चेतक) से जो अधिक चुनौतीपूर्ण वातावरण में रहते हैं, एक प्रोटीन अधिक निकलता है जो लैप्टिन की मात्रा को कम करता है, और प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है।
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यदि हम अधोमाध्य-अधश्चेतक (वैट्रोमीडियल हाइपोथैलैमस) का कहना न मानें तब धीरे धीरे वह संदेश देना ही बन्द कर देता है, जिसके फ़लस्वरूप खुराक तो बढ़ती जाती है और ऊर्जा व्यय भी कम होता जाता है, अर्थात मोटापा बढ़ाने का कार्य तेज़ी से होने लगता है।