| 21. | अर्जुन ने पूछा-कृष्ण मुझे समझाइये कर्म, ब्रम्ह अध्यात्म क्या अधिभूत अधिदैव क्या,मुझे नहीं कुछ ज्ञात।।1।।
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| 22. | इसमें एक ओर अधिदैवत और अधिभूत सृष्टि हैं, वहीं दूसरी ओर पुरूष अध्यात्म सृष्टि है।
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| 23. | आठवें में अधिभूत आदि के निरूपण के साथ ही उत्तरायण आदि का विशेष वर्णन किया है।
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| 24. | अधिदैवत की शक्ति से, अधिभूत के उपादान से अध्यात्म यज्ञ की सिद्धि ही सच्चा वैदिक दृष्टिकोण है।
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| 25. | उसी में ' क्षर: सर्वाणि भूतानि ' भी लिखा है, जिससे अधिभूत का अर्थ साफ होता है।
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| 26. | गीता में अधिभूत, अधिदेव, अध्यातम सवरूप प्रकृति का मालिक अधियज्ञ स्वरूप जीवन शक्ति का बयान है.
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| 27. | अधिभूत नाम से क्या कहा गया है और अधिदैव किसको कहते हैं॥ 1 ॥ अधियज्ञः कथं कोऽत्र देहेऽस्मिन्मधुसूदन ।
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| 28. | ब्राह्मण नम्म के आध्यात्मिक तत्व ज्ञान से अधिभूत हो गया और उसने अपने को उनके चरणों में समर्पित कर दिया।
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| 29. | हे पुरुषोत्तम! ब्रह्म क्या है? अध्यात्म क्या है? कर्म क्या है? अधिभूत क्या कहा गया है?
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| 30. | हे श्री कृष्ण, आप किसे अधिभूत कहते हैं, और अधिदैव का उच्चारण अर्थात आप के इस शब्द का अर्थ क्या है.
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