मुझे लगता है कि ये हमारी मूल्य प्रणाली के आवश्यक सिद्धांतों मे से थे: त्याग, हमेशा व्यवहार के सहमति प्रोटोकॉल का अनुपालन, दूसरे की सफलताओं पर आनन्दित होना, अहंकार की अधीनस्थता, एक साथ काम करना, अन्य लोगों की विशेषज्ञता को स्वीकार करना.
22.
“ इस प्रकार इस सामजिक समूह [व्यापक जन समूह वाला एक सबाल्टर्न समूह] की इस दुनिया के बारे में अपनी धारणा होती है, चाहे वह बीज रूप में ही हो ; एक धारणा जो अपने को कर्म में अभिव्यक्त करती है, लेकिन सामयिक रूप से और कभी कभी ही, एक कौंध बनकर-जब वह समूह एक आवयविक पूर्णता से कार्य करता है | लेकिन इसी समूह की एक और धारणा होती है जो उनकी अपनी नहीं होती और अधीनस्थता या बौद्धिक अधीनता के कारण दूसरे समूह से उधार ली गयी होती है ;