मैं पूरे रहस्य को अनावृत करना चाहता हूं, लेकिन इसमें जाने का साहस करना होगा, असुरक्षा व मृत्यु का भय पकड लेता हैं रहस्य को अनावृत्त करने के लिए क्या यम का मुकाबला करना होगा! अन्दर चला भी गया तो आखिर क्या मिलेगा? और उससे क्या हासिल होगा? फिर भी....मुझ में उन्हें अनावृत करने की अदम्य लालसा क्यों है?