आदरणीय यादव जी यदि सिर्फ़ दयनीय रूप से अपढ़, अबौद्धिक और विचारविहीन व्यक्ति ही होते तब भी कोई हर्ज़ नहीं था पर वे तो वे परले दर्ज़े के घाघ भी हैं.
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मैं डरता हूँ, हमने भक्ति के विचार को ऐसे आपत्तिहीन मध्यम वर्गीय नैतिकता और कानून-पालन में वातावरण के अनुकूल बना लिया है कि 2 तीमुथियुस 3: 12 हमारे लिए अबौद्धिक बन गया है।
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आस्तिकवाद मत के अनुयायी सृष्टि के चक्रों में विश्वास करते हैं, जहां आत्मा एक अबौद्धिक वस्तु के रूप में केवल भगवान की इच्छा पर निर्भर होकर कर्म के आधार पर शरीर विशेष की ओर आकर्षित होती है.
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क्योंकि ऐसी बातें अधिकांशतः उस अबौद्धिक वर्ग के तांत्रिक-ज्योतिष द्वारा फैलायी जाती हैं जो पहले तो इन बातों से लोगों में एक अज्ञात भय पैदा करते हैं फिर उसको धन आदि किन्हीं बातों से कैश कराते हैं।
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जब प्रियता में इस बिलाग का नाम आने लगा तो मैं चौंका क्यों कि पसन्द करने वालों में ऐसे सीधे सादे यानि कि अबौद्धिक टाइप के लोग भी थे जिनके बारे में मैं सोच भी नहीं सकता था।
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इस अर्थ में धर्म-निरपेक्षता चिन् तन की वह प्रवृत्ति है जो विज्ञान और बुद्धिवाद के आधार पर विकसित होती है, अनुभव, तर्क और प्रयोग पर बल देती है और धार्मिक चिन् तन की अबौद्धिक पारलौकिकता का निषेध करती है।
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प्रतिक्रिया का आभार | मेरे शब्द देखें भाई, “ क्योंकि ऐसी बातें अधिकांशतः उस अबौद्धिक वर्ग के तांत्रिक-ज्योतिष द्वारा फैलायी जाती हैं जो पहले तो इन बातों से लोगों में एक अज्ञात भय पैदा करते हैं फिर उसको धन आदि किन्हीं बातों से कैश कराते हैं।
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एक स्थान पर वह कहते हैं-' आधुनिकतावादी लेखकों ने कथानक को प्राय: व्यर्थ बना दिया है।' वहीं अन्यत्र देखें-'हिंदी का आधुनिकतावादी स्वच्छंदता को एक अबौद्धिक रिगर में बदलकर बुद्धिवाद का विरोध करता है और विकल्प के रूप में जिन मानव मूल्यों की स्थापना करता है, उसके व्यक्तिकेंद्रण से स्वच्छंदतावादी व्यक्तिमत्ता कहीं बड़ी और मूल्यवान है।
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इन साधनों के सहायक साधन हैं: राष्ट्रीय या वर्गप्रतीकों की पूजा, उत्तेजक संगीत का प्रसार, दंभ या घृणा की भावनाएँ उभारनेवाले भाषण, आज्ञापालन की आदत डालने के लिए समस्त राष्ट्र को सैन्य शिक्षा देना, विद्यालयों के लिए पुस्तकें तैयार करना, अबौद्धिक विचारधारा का प्रचार, राजनीतिज्ञों, पत्रकारों तथा विद्वानों को घूस देकर उनका मुँह बंद करना।
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कभी-कभी एक भीषण सन्देह उसके भीतर जाग उठता कि वह फिर एक बार मूर्ख तो नहीं बन रहा है, क्योंकि उसके अनजाने उसकी बौद्धिक घृणा को एक सर्वथा अबौद्धिक और स्थूल पात्र दिया जा रहा है, जिसमें बँधकर उसकी गति नष्ट हो जाएगी और वह केवल विष उत्पन्न करनेवाली रह जाएगी, आग नहीं...