उदाहरण के लिए किसी रासायनिक अभिक्रिया में यदि २ ग्राम तथा ३ ग्राम के दो अभिकारक लिए जाएँ तो अभिक्रिया के बाद बने कुल उत्पादों का द्रव्यमान ५ ग्राम होगा.
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आधुनिक जठरांत्रिय स्वत: गतिशीलता वाले अभिकारक जैसे कि मेटोक्लोप्रैमाइड, एरिथ्रोमाइसिन और टिगैसेरॉड की बहुत कम या कोई भी स्थापित प्रभावकारिता नहीं है और अक्सर उनके पर्याप्त पक्षीय प्रभाव होते हैं.
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[3] आधुनिक जठरांत्रिय स्वत: गतिशीलता वाले अभिकारक जैसे कि मेटोक्लोप्रैमाइड, एरिथ्रोमाइसिन और टिगैसेरॉड की बहुत कम या कोई भी स्थापित प्रभावकारिता नहीं है और अक्सर उनके पर्याप्त पक्षीय प्रभाव होते हैं.
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उपचार अभिकारक के रूप में प्रयुक्त सोडियम नाइट्रेट पेपरोनी को उसके विशिष्ट नारंगी-गुलाबी रंग में गुलाबी हिस्सा प्रदान करता है, [1] जबकि पैपरिका या अन्य पहाड़ी मिर्च उसे नारंगी रंग प्रदान करती है.
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उपचार अभिकारक के रूप में प्रयुक्त सोडियम नाइट्रेट पेपरोनी को उसके विशिष्ट नारंगी-गुलाबी रंग में गुलाबी हिस्सा प्रदान करता है, जबकि पैपरिका या अन्य पहाड़ी मिर्च उसे नारंगी रंग प्रदान करती है.
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(3) विलायक-यदि अभिकारक द्रव रूप में है, तो विलायक की आवश्यकता नहीं पड़ती, परंतु ठोस रूप के यौगिकों (जैसे नैफ्थेलीन) के साथ प्रयोग करने के लिए विलायक की आवश्यकता होती है।
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[2] जठरांत्रिय स्वत:गतिशीलता वाले अभिकारक अनुभव सिद्ध ढंग से अच्छी तरह से कार्य करते हुए माने जाएंगे क्योंकि विलंबित जठरीय रिक्तीकरण को कार्यात्मक अपच में एक प्रमुख विकारी-शरीरक्रिया संबंधी प्रक्रिया माना जाता है.
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(3) विलायक-यदि अभिकारक द्रव रूप में है, तो विलायक की आवश्यकता नहीं पड़ती, परंतु ठोस रूप के यौगिकों (जैसे नैफ्थेलीन) के साथ प्रयोग करने के लिए विलायक की आवश्यकता होती है।
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अभिक्रिया की दर (reaction rate या rate of reaction) का मतलब यह है कि किसी दी हुई रासायनिक अभिक्रिया में किसी अभिकारक या उत्पाद की मात्रा कितना धीमे या कितनी तेजी से बदल रही है।
30.
कैडेट (CADET) अध्ययन ने सर्वप्रथम एक PPI (प्रतिदिन 20 मिलीग्राम ओमेप्रैजोल) की तुलना एक H2-RA (रैनीटिडाइन 150 मिलीग्राम BID) और एक जठरांत्रिय स्वत: गतिशीलता वाले अभिकारक (सिसाप्राइड 20 मिलीग्राम BID) दोनों के साथ-साथ कूटभेषज के साथ की.