| 21. | वह उन्हें इतना शिकार का आसक्त समझती है! अमर्ष
|
| 22. | लेकिन आज जाने क्या हुआ था, अमर्ष?...
|
| 23. | किसी प्रकार का अमर्ष किसी के मन में ना रहे।
|
| 24. | अमर्ष, त्रास, हर्ष और विषाद चारों
|
| 25. | का अमर्ष-ऐसा राम का वचन सुन प्रियवादिनी वैदेही प्रेमपूर्वक
|
| 26. | किसी के उत्कर्ष को सहन न करना अमर्ष कहलाता है ।
|
| 27. | आज तो उनका यह अमर्ष चरम सीमा को पहुंच गया था।
|
| 28. | अमर्ष में नेत्रराग, शिराकंप, भ्रूभंग और तर्जन का होना; त्रास में
|
| 29. | भरे उत्तोजक वचन कहे जिन्हें सुनकर लक्ष्मण को तो अमर्ष हुआ,
|
| 30. | त्रास और अमर्ष के संबंध में भी अधिकतर ऐसा ही होता है।
|