| 21. | कृष्ण कहते हैं कि मैं अव्यय पुरूष हूं।
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| 22. | अव्यय: पुरुष: साक्षी क्षेत्रज्ञोडक्षर एव च।।
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| 23. | इसी तरह दूसरा स्वीकृति सूचक अव्यय है ‘अच्छा ' ।
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| 24. | मैं अजन्मा और अव्यय, सभी जीवों का महेश्वर हूँ,
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| 25. | प्रत्येक अध्याय के अंत में अव्यय शब्द है ।
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| 26. | यद्यपि अजन्मा, प्राणियों का ईश मैं अव्यय परम्.
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| 27. | ' अधि ' को अव्यय कहते हैं।
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| 28. | अव्यय भी दिए गए हैं, किन्तु धातु नहीं हैं।
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| 29. | नियम के अनुसार अव्यय सदा पृथक् लिखे जाने चाहिए।
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| 30. | तो वह मुझे योगेश! अव्यय रूप दिखलादो अभी..
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